Short motivational story in Hindi with moral

Short motivational story in Hindi with moral दोस्तों आज हम बात करने जा रहे है सफलता की एक ऐसी कहानी जिसे सुनकर आप भी कहोगे कि कभी किस्मत के भरोसे मत रहो क्या पता किस्मत हमारे भरोसे बैठी हो।

एक बार की बात है ,एक लड़का था उसका नाम रवि था । वह हमेशा अपने काम को लेकर परेशान रहता था। उसकी परेशानी कोई नहीं समझता था। ना तो उसके घरवाले,और ना ही उसके दोस्त । वह अपने लिए काम ढूंढने जहां भी जाता उसे सिर्फ असफलता ही मिलती थी ।वह रोज अपने काम को लेकर चिंतित रहता था ,लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी । उसके घरवाले भी उसे देखकर खुश नहीं थे। वह हमेशा उसकी बुराई करते रहते थे,

Short motivational story in Hindi with moral
Short motivational story in Hindi with moral

जो भी लोग उसके घर में आते सिर्फ उसकी बुराई करते थे। रवि चुपचाप सुनता था, वह सोचता था कि मैं कभी जिंदगी में सफल हो पाऊंगा भी या नही ? लेकिन दोस्तों किसी को क्या पता था कि किस्मत कब बदल जाती है।

जब किस्मत बदलती है तो किसी को थोड़ी बताती। एक दिन रवि का दोस्त उससे मिलने आया। उसने उससे पूछा? रवि तू क्या करता है? रवि ने कहा मैं काम को लेकर बहुत परेशान हूं ,मैं जहां भी जाता काम ढूंढने तो सभी मुझे काम देने से मना कर देते है ? रवि के दोस्त ने उससे कहा मैं तुझे एक काम बताता हूं ? तू वेब डिजाइनिंग का काम सीख ले। रवि ने कहा काम सीखने के लिए तो पैसे चाहिए ? बिना पैसे के मैं कैसे काम सीख पाऊंगा ? तुझे तो पता है मेरे घर वाले मुझसे खुश नहीं रहते हैं, वह मुझे पैसे नहीं देंगे ।

उसके दोस्त ने उसे कहा देख रवि मैंने तेरी परेशानी समझी तो तुझे बता दिया बाकी ये काम कैसे करना है वो चीज़ तुझे सोचनी है कि तुझे काम सीखना है या नहीं? रवि पूरी रात भर सोचता रहा कि मैं कैसे यह काम सीख पाऊंगा ? कहां से पैसे लेकर आऊंगा? लेकिन उसने हार नहीं मानी । दोस्तों अगर हमें अपनी जिंदगी में सफल होना है ,तो किसी ना किसी काम को करना चाहिए और ऐसा ही कुछ हुआ रवि के साथ । रवि ने अपने लिए पार्टटाइम काम ढूंढना शुरू कर दिया और उसे पार्टटाइम में डिलीवरी बॉय का काम मिला। वो रोज रात को डिलीवरी करने जाता और फिर रोज सुबह डिजाइनिंग सीखने जाता ।इस तरह से पार्टटाइम काम करके उसने अपनी फीस भरी

। बहुत जल्द रवि ने डिजाइनिंग का काम भी सीख लिया और जब रवि ने डिजाइनिंग का काम सीख लिया, तब उसे एक अच्छी कंपनी में नौकरी भी मिल गई । जब रवि को काम मिला तो उसके घर वाले खुश हो गए । ऐसे ही काम का सिलसिला चलता रहा।


दोस्तो हमे दुनिया में कई लोग तो अच्छे मिलते हैं लेकिन कई लोग गलत होते हैं ।ऐसे ही रवि के साथ भी हुआ उसे काम तो मिल गया था। लेकिन उसके ऑफिस में एक लड़का ऐसा था, जो रवि के काम को लेकर खुश नहीं रहता था। वह हमेशा उसके बारे में बॉस से उसकी बुराइयां करता रहता था। रवि अपने बॉस को बताता है कि सर मैं आपके सामने टाइम से ऑफिस आता हूं , ना किसी से मैं ज्यादा बात करता हूं, मेरा ध्यान सिर्फ अपने काम पर रहता है । मुझे यहां अपने काम से मतलब है ना की किसी की बातों से।रवि को हर महीने काफी अच्छी सैलरी भी मिलती थी और उसके घरवाले उससे सारी सैलरी ले लेते थे। और रवि भी चुप करके दे देता था, वह सोचता था मेरे घरवाले खुश रहे लेकिन घरवाले उसकी खुशी को देखकर खुश नहीं रहते थे यहां तक कि उसके साथ अच्छे से बात भी नहीं करते थे।

एक दिन रवि के बॉस ने उसे नौकरी से निकाल दिया, उसकी नौकरी छूट गई, रवि फिर से नौकरी ढूंढने लग गया । रवि को नौकरी छूटने से उसे काफी तकलीफे उठानी पड़ी । एक दिन उसके घरवालो ने उसे घर से निकाल दिया ।उसके घरवाले फिर से उसे ताने मारने लगे कि तू किसी काम का नहीं है , तू कभी कुछ नहीं कर सकता , तुझे कुछ नहीं आता । उसे एक टाइम के लिए तो बुरा लगा पर वह चुपचाप सुनता रहा वो उस समय तो कुछ नहीं बोला । वो हमेशा यह सोचता रहता कि शायद मेरे घरवाले मेरे बारे में सही कहते है । मेरे पास कोई काम नहीं है तो इसलिए घरवाले मुझसे ऐसे बात करते हैं। एक दिन उसके घरवालो ने उसे घर से निकाल दिया ।


दोस्तों कहते हैं ना कि जिंदगी में अगर कुछ पाना है तो कुछ खोना भी पड़ जाता है। रवि के साथ भी ऐसा ही हुआ एक ही शहर में उसके मां-बाप रहते थे और उसी शहर में वह भी रहता था। उसने मेहनत करनी शुरू कर दी । अब वह एक दवाई की कंपनी में काम करने लग गया ।रवि अपने काम में इतना खो गया था कि सारी पुरानी बातें भूल गया और उसने अपने आपको काम में बहुत ज्यादा व्यस्त कर दिया, उसके काम को देख कर सब खुश होने लगे । उसके ऑफिस के जितने भी स्टाफ थे सब खुश रहते थे, रवि का बॉस भी उससे खुश रहता था । एक दिन रवि जब अपने काम को अच्छे से करने लगा तो उसके बॉस ने उसको सुपरवाइजर बना दिया ।

रवि का एक अच्छा सा घर भी बन गया ।वह ऑफिस का काम भी करता और पार्टटाइम का काम भी करता। रवि को देखकर सब खुश होने लगे , रवि के घरवाले उसके घर में आने जाने लगे वह भी खुश रहता था ।रवि ने अपनी एक फार्मा कंपनी भी खोल ली इस तरह से उसने अपना खुद का काम शुरू किया और अब रवि का कारोबार बहुत अच्छा चल रहा था।

Moral


दोस्तों कभी किसी के बारे में गलत नहीं सोचना चाहिए क्योंकि अगर आप किसी के लिए अच्छा नहीं सोच सकते तो उसके लिए बुरा भी मत सोचो। हमे सफलता पाने के लिए कभी-कभी असफलता के रास्तों से भी गुजरना पड़ता है ।यदि हमारे अंदर किसी काम को करने की क्षमता होती है तो हम उस काम में जरूर सफल होते है तो हमें अपने काम को लेकर फोकस रहना चाहिए। जिस दिन हम अपने काम को पूरे फोकस के साथ करेंगे तो यकीन माने हम उस काम में जरूर सफल होंगे ।दोस्तो सफल वही इंसान होता है जिसे अपनी जिंदगी को बदलने की सोचता है।

अगर हमें किसी काम को करने की क्षमता होती है तो हम वह काम कर सकते हैं।अगर जिस इंसान ने अपनी जिंदगी में संघर्ष किया होगा वही इंसान कड़ी मेहनत का मतलब समझता है ,अपनी सफलता पर भरोसा रखो और अपने काम को इतने मुकाम तक लेकर जाओ, जहां आपको सफलता मिले। दोस्तों अगर आपको रवि की स्टोरी आपको पसंद आए तो आप भी आज से मेहनत करने लग जाइए क्योंकि किस्मत कब बदल जाए किसी को पता ही नहीं चलेगा।

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